हिन्दी कथा-उपन्यास के सबसे महनीय साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद जी की जन्मतिथि पर उन्हें पढ़ें, उनके धनपत राय से 'प्रेमचंद' हो जाने की कहानी जानें, अभावों के बीच उनके संघर्ष को सोचें, उनके क्रान्तिकारी तेवर को समझें। यही उनके प्रेमियों की तरफ से उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। समाज की फूटी कौड़ियों से ले कर बेशक़ीमती मोतियों तक को एक धागे में पिरो कर साहित्य की जयमाला बनाने वाले हिंदी कहानी के प्रतीक पुरुष मुंशी प्रेमचंद जी को उनके जन्मदिवस पर सादर प्रणाम।   |